NASA के SpaceX Crew-11 मिशन के तहत, तीन अंतरिक्ष एजेंसियों के चार क्रू मेंबर्स आने वाले महीनों में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना होंगे। यह मिशन अंतरिक्ष प्रयोगशाला में लंबे समय तक साइंटिफिक रिसर्च करने के लिए है।
NASA
एस्ट्रोनॉट्स कमांडर ज़ीना कार्डमैन और पायलट माइक फिंक,
JAXA (Japan Aerospace Exploration Agency) एस्ट्रोनॉट मिशन
स्पेशलिस्ट किमिया युई और Roscosmos कॉस्मोनॉट मिशन
स्पेशलिस्ट ओलेग प्लेटोनोव जुलाई 2025 से पहले ISS में शामिल होंगे।
NASA के Commercial Crew Program का हिस्सा
यह
मिशन NASA
के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के तहत SpaceX द्वारा
किया जाने वाला 11वां क्रू रोटेशन है। इस दौरान एस्ट्रोनॉट्स
साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन और टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेशन करेंगे, जिससे भविष्य में चंद्रमा (Moon) और मंगल (Mars)
पर मिशन भेजने में मदद मिलेगी।
कार्डमैन
को पहले NASA
के SpaceX Crew-9 मिशन में असाइन किया गया था,
जबकि फिंक को NASA के Boeing
Starliner-1 मिशन के लिए चुना गया था। NASA ने
उन्हें Crew-11 के लिए री-असाइन किया ताकि ISS पर चल रही एक्टिविटीज को बेहतर सपोर्ट मिल सके।
ज़ीना कार्डमैन का पहला स्पेसफ्लाइट
2017
में NASA द्वारा एस्ट्रोनॉट के रूप में चुनी
गईं ज़ीना कार्डमैन अपनी पहली स्पेसफ्लाइट करेंगी। Williamsburg, Virginia की रहने वाली कार्डमैन ने University of North Carolina at Chapel
Hill से बायोलॉजी में बैचलर और मरीन साइंसेज में मास्टर की डिग्री
प्राप्त की है। उनकी रिसर्च जियोबायोलॉजी और जियोकेमिकल साइकलिंग पर आधारित रही
है।
माइक फिंक का चौथा अंतरिक्ष मिशन
माइक
फिंक इससे पहले तीन बार ISS
जा चुके हैं और उन्होंने 382 दिन स्पेस में
बिताए हैं। वह Expedition 9 (2004), Expedition 18 (2008) और
STS-134 (2011) मिशन का हिस्सा रह चुके हैं। फिंक ने NASA
के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के लिए SpaceX Dragon और Boeing Starliner को ऑपरेशनल सर्टिफिकेशन दिलाने
में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
किमिया युई का दूसरा मिशन
JAXA
एस्ट्रोनॉट किमिया युई ने 2009 में एस्ट्रोनॉट
ट्रेनिंग शुरू की और 2015 में Expedition 44/45 के दौरान ISS पर गए। वे JAXA के
H-II Transfer Vehicle को कैप्चर करने वाले पहले जापानी
एस्ट्रोनॉट बने। उन्होंने जापान के Kibo मॉड्यूल में नई
साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट्स को अंजाम दिया और 21 से अधिक
प्रयोग पूरे किए।
ओलेग प्लेटोनोव की पहली अंतरिक्ष यात्रा
Roscosmos
एस्ट्रोनॉट ओलेग प्लेटोनोव की यह पहली स्पेसफ्लाइट होगी। 2018
में उन्हें कॉस्मोनॉट के रूप में चुना गया था। उन्होंने Krasnodar
Air Force Academy से इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की और Far
Eastern Federal University, Russia से स्टेट और म्यूनिसिपल
मैनेजमेंट में बैचलर डिग्री ली।
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की महत्ता
बीते
दो दशकों से,
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म रहा है जहां
वैज्ञानिक लगातार रिसर्च और नई टेक्नोलॉजी का डेमोंस्ट्रेशन कर रहे हैं। NASA
के Artemis प्रोग्राम के तहत अब चंद्रमा और
मंगल ग्रह के मिशनों की तैयारी हो रही है, जिससे भविष्य के
मानव मिशनों को सफल बनाया जा सके।
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