अमेरिका
की बॉर्डर सिक्योरिटी सिर्फ उसके जमीन या समुद्री सीमाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्पेस तक फैली हुई है। आज के समय में, अमेरिका
को अपने स्पेस इंटरेस्ट को पूरी तरह से सुरक्षित करना होगा। इसके लिए ज़रूरी है कि
Space Force को इतना मजबूत बनाया जाए कि वह दुश्मनों को रोक
सके और ज़रूरत पड़ने पर उन्हें हरा भी सके।
स्पेस
का महत्व और अमेरिका की निर्भरता
हर
अमेरिकी की ज़िंदगी किसी न किसी रूप में स्पेस टेक्नोलॉजी से जुड़ी हुई है।
फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन,
बिजली और पानी जैसी ज़रूरी सेवाएं, मोबाइल
नेविगेशन, ब्रॉडबैंड इंटरनेट और कई अन्य सुविधाएं सैटेलाइट्स
पर निर्भर करती हैं। इसलिए, स्पेस की सुरक्षा अमेरिका के समृद्धि
और सुरक्षा के लिए बेहद ज़रूरी है।
स्पेस
में सुरक्षा और बढ़ता खतरा
आज
की U.S.
Space Force को मूल रूप से इन महत्वपूर्ण स्पेस क्षमताओं की सुरक्षा
के लिए डिज़ाइन किया गया था। अपनी स्थापना के पांच वर्षों में, इसने अत्याधुनिक सैटेलाइट नेटवर्क तैयार किया, X-37 स्पेसप्लेन
जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी को अपनाया और संभावित खतरों से निपटने के लिए अहम निवेश
किए। लेकिन चीन की कम्युनिस्ट पार्टी पहले ही इस चुनौती के लिए खुद को तैयार कर
रही है।
चीन
की स्पेस स्ट्रेटेजी और खतरे
चीन
के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्पेस को एक प्रमुख प्राथमिकता बना दिया है। उनकी
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA)
की एयरोस्पेस फोर्स "Confrontational Training" कर रही है, जो साफ दर्शाता है कि चीन स्पेस में एक
आक्रामक रणनीति अपना रहा है।
पिछले
साल,
चीन की मिलिट्री ने अपने सैटेलाइट्स को टार्गेट बनाकर एडवांस टैक्टिकल
मूव्स की प्रैक्टिस की। 2021 में, SJ-21
"Orbital Debris Removal" वाहन ने एक निष्क्रिय सैटेलाइट
को पकड़कर उसे "Graveyard Orbit" में धकेल दिया।
यह वही टेक्नोलॉजी है जो अमेरिका के वेदर मॉनिटरिंग, कम्युनिकेशन
और मिसाइल वार्निंग सैटेलाइट्स को नुकसान पहुंचा सकती है।
इतिहास
से सीख और अमेरिका की ज़रूरतें
इतिहास
से हमें यह सीखने को मिलता है कि नई टेक्नोलॉजी से आक्रामक रणनीतियां कैसे विकसित
होती हैं। 1930
के दशक में जर्मनी ने "Blitzkrieg" टैक्टिक्स
का इस्तेमाल कर आर्मर्ड व्हीकल्स और वॉरप्लेन के ज़रिए दुश्मनों को चौंका दिया था।
इसी तरह, जापान ने तेज़ी से हमला करने की तकनीकों को विकसित
किया। आज, PLA भी स्पेस में आक्रामक ऑपरेशन की स्किल्स
विकसित कर रही है।
अमेरिका
को क्या करना चाहिए?
अगर
अमेरिका को स्पेस में अपना दबदबा बनाए रखना है, तो उसे सिर्फ
"Protect and Defend" रणनीति से आगे बढ़कर एक ऐसा Space
Force तैयार करना होगा, जो न सिर्फ बचाव कर
सके, बल्कि दुश्मनों को करारा जवाब भी दे सके। इतिहास बताता
है कि सिर्फ बॉर्डर सिक्योरिटी ही काफी नहीं होती, बल्कि एक
मजबूत मूवमेंट फोर्स भी ज़रूरी होती है।
"Peace
through Strength" का कॉन्सेप्ट सिर्फ पृथ्वी पर ही नहीं,
बल्कि स्पेस में भी लागू होता है। अगर अमेरिका को अपने दुश्मनों को
रोकना है, तो उसे स्पेस में अपनी उपस्थिति को मजबूत करना
होगा। इसके लिए Space Force में उचित निवेश की आवश्यकता है,
ताकि यह हर प्रकार के ऑपरेशन को अंजाम दे सके और स्पेस में अमेरिका
की लीडरशिप को बनाए रखे।