ओला
एक भारतीय इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी है, जिसकी शुरुआत भविश
अग्रवाल ने 2010 में की थी। यह कंपनी मुख्य रूप से
इलेक्ट्रिक स्कूटर और कैब सर्विस के लिए जानी जाती है। ओला का उद्देश्य भारत में
इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना और पर्यावरण को सुरक्षित बनाना है।
ओला की शुरुआत कैसे हुई?
ओला
की शुरुआत एक छोटे स्तर पर टैक्सी सर्विस के रूप में हुई थी। भविश अग्रवाल, जो आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र हैं, ने इस कंपनी
की नींव रखी। शुरुआत में, उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना
पड़ा, जैसे फंडिंग की कमी, टेक्नोलॉजी
डेवलपमेंट और मार्केटिंग स्ट्रेटजी। लेकिन अपनी मेहनत और स्मार्ट बिजनेस प्लानिंग
से उन्होंने ओला को भारत की सबसे बड़ी राइड-शेयरिंग कंपनियों में से एक बना दिया।
शुरुआत में कितनी लागत थी?
जब
ओला की शुरुआत हुई,
तब इसकी इन्वेस्टमेंट बहुत कम थी। भविश अग्रवाल ने अपने खुद के सेविंग्स
से इसे शुरू किया था और बाद में कई निवेशकों से फंडिंग प्राप्त की। शुरुआती दिनों
में कंपनी को सर्वाइव करने के लिए संघर्ष करना पड़ा, लेकिन
धीरे-धीरे कंपनी ने मार्केट में अपनी पहचान बना ली।
ओला आज कितनी बड़ी कंपनी है?
आज
ओला एक मल्टी-बिलियन डॉलर कंपनी बन चुकी है। यह सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि कई देशों में अपनी सेवाएं दे रही है। इसके इलेक्ट्रिक स्कूटर्स और
कैब सर्विस ने मार्केट में अपनी अलग पहचान बनाई है। कंपनी का लक्ष्य है कि आने
वाले वर्षों में भारत को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की दिशा में आगे ले जाए और सस्टेनेबल
ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा दे।