आज के दौर में क्रेडिट कार्ड हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। ऑनलाइन शॉपिंग से लेकर बड़े खर्चों तक, हर जगह इसका इस्तेमाल होता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट्स में 28% की बढ़ोतरी हुई है? इसका मतलब है कि बहुत से लोग अपने कार्ड बिल समय पर नहीं चुका पा रहे हैं। चलिए, समझते हैं कि यह आपके लिए क्यों मायने रखता है।
Rising Credit Card Usage – खर्चों पर लगाम जरूरी!
कोविड के बाद से डिजिटल पेमेंट और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। अब लोग बड़ी-बड़ी खरीदारी बिना सोचे-समझे क्रेडिट कार्ड से कर लेते हैं। लेकिन समस्या तब आती है जब महीने के अंत में भारी-भरकम बिल सामने आ जाता है। अगर सही तरीके से मैनेज नहीं किया गया, तो यह कर्ज़ का जाल बन सकता है।
Credit Card Loan Growth – बढ़ती देनदारी और आपकी जेब पर असर
आरबीआई (RBI) के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2024 में क्रेडिट कार्ड से लिया गया कुल लोन ₹2.92 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। यह आंकड़ा बताता है कि लोग जरूरत से ज्यादा खर्च कर रहे हैं, लेकिन कई लोग इसे चुकाने में नाकाम हो रहे हैं।
500% Surge in Defaults – क्या हम संकट की ओर बढ़ रहे हैं?
2020 में क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट्स सिर्फ ₹1,108 करोड़ थे, लेकिन 2024 में यह आंकड़ा ₹6,742 करोड़ तक पहुंच गया। यह 500% की बढ़ोतरी को दिखाता है! यह दर्शाता है कि क्रेडिट कार्ड से लोन लेना तो आसान हो गया है, लेकिन इसे चुकाना मुश्किल साबित हो रहा है।
High Interest Rates – क्रेडिट कार्ड का गलत इस्तेमाल आपको कंगाल कर सकता है!
क्रेडिट कार्ड पर लगने वाला ब्याज शायद किसी भी अन्य लोन से सबसे ज्यादा होता है। अगर आपने समय पर अपना बिल नहीं चुकाया, तो बैंक आपसे 42% से 46% सालाना ब्याज वसूल सकता है। यानी अगर आपने ₹10,000 का बिल समय पर नहीं भरा, तो कुछ ही महीनों में यह रकम दोगुनी हो सकती है!
Credit Card Offers – लुभावने ऑफर्स के पीछे का सच
क्रेडिट कार्ड कंपनियां हमेशा नए ऑफर्स और कैशबैक स्कीम लेकर आती हैं। लेकिन, अगर आप ऑफर्स के चक्कर में ज्यादा खर्च करने लगते हैं और बिल समय पर नहीं भरते, तो यह फायदे की जगह नुकसान का सौदा बन सकता है। बैंकों को तो ब्याज से कमाई करनी है, लेकिन आपको यह तय करना है कि आपको अपना पैसा कैसे बचाना है।
RBI’s Risk Control – नए नियम, आपकी सुरक्षा?
आरबीआई ने क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन पर नया नियम लागू किया है, जिससे बैंक अब ज्यादा सतर्क हो गए हैं। इससे नए कार्ड धारकों को लोन मिलने में थोड़ी मुश्किल आ सकती है, लेकिन यह लंबे समय में फायदेमंद रहेगा क्योंकि इससे डिफॉल्ट्स कम होंगे।
Credit Card Transactions – कैशलेस का ज़माना, लेकिन समझदारी जरूरी!
मार्च 2024 में भारत में कुल क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन ₹18.31 लाख करोड़ तक पहुंच गए, जो 2021 में सिर्फ ₹6.30 लाख करोड़ थे। यह बताता है कि लोग अब कैश की जगह कार्ड का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं। लेकिन, याद रखें कि हर सुविधा के साथ ज़िम्मेदारी भी आती है।
Conclusion – स्मार्ट यूज़ ही सही रास्ता
क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल आपको फायदे में रख सकता है, लेकिन अगर इसे बिना प्लानिंग के इस्तेमाल किया गया, तो यह मुसीबत भी बन सकता है। इसलिए, अपने खर्चों पर नज़र रखें, बिल समय पर चुकाएं और ऑफर्स के झांसे में आकर ज्यादा खर्च करने से बचें। सही फाइनेंशियल प्लानिंग के साथ आप क्रेडिट कार्ड का भरपूर फायदा उठा सकते हैं, बिना किसी आर्थिक बोझ के।
तो अगली बार जब आप क्रेडिट कार्ड स्वाइप करें, तो सोच-समझकर करें