भारत की फाइनेंशियल सिस्टम पहले से कहीं ज्यादा Resilient और Diverse हो गई है। देश की तेज़ी से बढ़ती Economy और बेहतर Regulatory Framework ने इसे और मजबूत बना दिया है। SEBI ने एक ताज़ा IMF-Financial System Stability Assessment (FSSA) रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत का फाइनेंशियल सेक्टर अब Emerging Risks को संभालने में पहले से ज्यादा सक्षम है।
Financial Sector: चुनौतियों के बावजूद मजबूती बरकरार
बीते कुछ सालों में भारत के फाइनेंशियल सेक्टर को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन इस सेक्टर ने हर बार खुद को संभाला और और भी मजबूत होकर उभरा। SEBI के अनुसार, 2010 के दशक की वित्तीय परेशानियों से उबरने के बाद, भारत का फाइनेंशियल सेक्टर अब ज्यादा Diversified और Stable हो गया है। महामारी के दौरान भी इसने खुद को साबित किया, जिससे देश की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव नहीं पड़ा।
NBFCs Regulation: नए नियमों से और बेहतर हुआ सिस्टम
IMF की रिपोर्ट में NBFCs के लिए भारत के Scale-Based Regulatory Framework की सराहना की गई है। बड़े NBFCs के लिए Bank-Like Liquidity Coverage Ratio (LCR) लाना एक बड़ा कदम माना गया है। IMF ने यह भी सलाह दी है कि बैंकों की निगरानी को और सख्त किया जाए ताकि Credit Risk Management को और बेहतर बनाया जा सके। इसका मकसद यह है कि लोन की सुरक्षा, गिरवी रखी गई संपत्ति का सही मूल्यांकन और बड़े कर्ज़ लेने वालों पर नियंत्रण रखा जा सके।
Corporate Debt Market: Mutual Funds में सुधार से निवेशकों को राहत
भारत के Debt Market और Mutual Funds सेक्टर में भी कई महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं। SEBI ने Corporate Debt Market Development Fund (CDMDF) की स्थापना की है, जिससे निवेशकों को और सुरक्षा मिलेगी। इसके अलावा, Mutual Funds के लिए Swing Pricing और Liquidity Requirements जैसे सुधार भी किए गए हैं। इससे Equity Derivatives Products में Sustainability और Investor Protection को और मजबूती मिलेगी।
Insurance Sector: इंश्योरेंस इंडस्ट्री ने भी दिखाई मजबूती
SEBI के अनुसार, भारत का Insurance Sector तेजी से आगे बढ़ रहा है और Life तथा General Insurance दोनों में इसकी स्थिति मजबूत बनी हुई है। डिजिटल इनोवेशन और कड़े रेगुलेशंस ने इस सेक्टर को स्थिर रखा है। IMF की रिपोर्ट में Risk-Based Solvency और Supervision Framework को और मजबूत करने की सलाह दी गई है ताकि यह सेक्टर भविष्य में किसी भी बड़े आर्थिक झटके को झेल सके।
FSAP Report: भारत की फाइनेंशियल ग्रोथ को मिला ग्लोबल सपोर्ट
Financial Sector Assessment Programme (FSAP), जो कि IMF और World Bank का एक संयुक्त प्रयास है, किसी भी देश के फाइनेंशियल सिस्टम का गहराई से विश्लेषण करता है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का फाइनेंशियल सिस्टम Global Best Practices को अपनाने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है। यह भारत की आर्थिक नीतियों और उसके मजबूत फाइनेंशियल इंफ्रास्ट्रक्चर पर ग्लोबल लेवल पर भरोसे को दर्शाता है।
निष्कर्ष: भारत की Financial System आज पहले से ज्यादा मजबूत, सुरक्षित और Global Standards के करीब पहुंच चुकी है। Regulatory सुधारों और डिजिटल इनोवेशन के चलते, भारत का फाइनेंशियल सेक्टर भविष्य में भी तेजी से बढ़ने के लिए तैयार है।
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