भारत और श्रीलंका के बीच जो अच्छे रिश्ते थे वह अब धीरे-धीरे खराब होते हुए नजर आ रहे हैं अभी हाल ही श्रीलंका ने भारत के हल्के लड़ाकू विमान तेजस एम के वन को खरीदने से सीधे-सीधे मना कर दिया है और इसके बजाय वह इजरायली फाइटर जेट्स को अपग्रेड का फैसला ले लिया है इस फैसले से भारत को थोड़ा अजीब लग रहा है
अब भारत से नहीं खरीदेगा श्रीलंका तेजस mk1
काफी समय से श्रीलंका अपने वायु सेवा के लिए भारत के तेजस mk1 को खरीदने पर विचार कर रहा था लेकिन अचानक श्रीलंका का मूड चेंज हो गया वहीं चीन ने भी अपने JF17 Fighter Jet की पेशकश की थी कि शायद श्रीलंका इसे खरीद लेगा लेकिन श्रीलंका दोनों के प्रस्तावों को सीधे-सीधे मना कर दिया है
इजराइल से ₹400 करोड़ की डील
श्रीलंका चीन और इंडिया की बजाय अपने Kfir फाइटर जेट को जो इजरायल के बने हुए थे उसे अपग्रेड करने का फैसला ले लिया है इन फाइटर जेट अपग्रेड करने के लिए इजरायली एयरोस्पेस इंडस्ट्री के साथ श्रीलंका ने हाथ मिला लिया है और इसे अपग्रेड करने के लिए जो लागत लगेगी वह लगभग 49 मिलियन डॉलर यानी लगभग 400 करोड़ के करीब इन्होंने डील को साइन किया हैआखिर श्रीलंका के दिमाक में चल क्या रहा है
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा
कुमार डिसानायके ने नए जेट लेने की वजह उन्हें अपग्रेड किया जाये तो ज्यादा बेहतर
होगा इससे उन्हें सिखने को भी मोका मिलेगा वह अपनी आर्थिक इस्तिथि को देख कर ये सब
कदम उठा रहा है श्री लंका जबकि कारन कुछ और भी हो सकते है
भारत को झटका तो लगा है पर किसी भी तरह की कोई कड़वाहट नहीं
श्रीलंका के रक्षा
मंत्री अरुणा जयसेकरा ने
कहा हम भारत से हमारे अच्छे सम्बन्ध रहे है और हमें भारत का भी समर्थन करते है खासकर
समुद्री सुरक्षा को लेकर आने वाल एतिमे में भी एसा ही हमारा सहयोग रहेगा और अपनी
दोस्ती को बरक़रार रखेगा श्री लंका
यह
सोदा भारत के लिए क्या मायने हैं
भारत अपनी स्वदेशी रक्षा तकनीक को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने
की कोशिश कर रहा था जिसमें तेजस mk1 का अहम हिस्सा है
ऐसे में पड़ोसी देश का इस प्रस्ताव का ठुकराना बड़ी समस्या खड़ी कर सकता है जब पधोसी
देश ही भारत के विमान को नहीं ले रहा है तो भारत की उचाई में है यह समझ सकते है
क्या अब श्री लंका भारत पर विस्वाश नहीं करता है अगर एसा रहा तो क्या छवि होगी दुसरे देश के सामने अब भारत इस चुनोती का जवाब किस तरीके से देगा यह तो बाद में देखने पर ही पता चलेगा