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India vs China Fighter Jets: आसमान में किसकी बादशाहत? |
🔹 China के J-36 और J-50 ने मचाया तहलका
चीन ने हाल ही में दो नए 6th-generation
stealth fighter jets — J-36 और J-50 — की टेस्टिंग
शुरू की है। ये दोनों जेट्स अब तक के सबसे एडवांस डिज़ाइनों और तकनीकों के साथ
तैयार किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर इनकी उड़ानों के वीडियो और तस्वीरें वायरल
हो रही हैं। इन फाइटर्स को future warfare को ध्यान में रखकर
बनाया गया है।
🔹 भारत के पास कौन-कौन से Fighter Jets हैं?
भारत के पास इस समय Rafale,
Su-30MKI, और Tejas Mk1A जैसे दमदार फाइटर
जेट्स हैं। ये सभी 4th और 4.5th generation की कैटेगरी में आते हैं। इनका इस्तेमाल इंडियन एयरफोर्स लंबे समय से कर
रही है और ये युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हालांकि भारत का AMCA प्रोजेक्ट भी future में fifth-gen फाइटर लाने की तैयारी में है।
🔹 Stealth में कौन है सबसे आगे?
J-36 और J-50 में tailless body और internal weapon bays जैसी
extreme stealth टेक्नोलॉजी शामिल है। ये radar से बचने में बहुत सक्षम हैं। वहीं भारत के Rafale में कुछ stealth features हैं, लेकिन Su-30MKI और Tejas में ये कमज़ोर हैं। इस मामले में चीन ने एक कदम आगे बढ़ा लिया है।
🔹 Manoeuvrability में किसकी पकड़ है मजबूत?
J-36 को super-manoeuvrable माना जा रहा है, thanks to its advanced
control surfaces और future thrust-vectoring engines। भारत का Su-30MKI भी thrust vectoring के कारण हवा में काफी agile है। Rafale का control system भी मजबूत है, लेकिन vector thrusting नहीं है। यानी टक्कर कड़ी है लेकिन J-36 ज्यादा futuristic है।
🔹 Engine Power और टेक्नोलॉजी का अंतर
चीन के जेट्स में आने वाले समय
में vector-thrusting
engines लगाए जाएंगे जो इन्हें और खतरनाक बनाएंगे। भारत का Su-30MKI
पहले से ही ऐसे इंजन के साथ आता है, जबकि Rafale
और Tejas में conventional jet engines
हैं। लेकिन future upgrades में भारत भी पीछे
नहीं है।
🔹 Avionics और Sensors की तुलना
China के नए फाइटर्स में AI-driven combat systems, next-gen AESA
radars और sensor fusion जैसे फीचर्स आने की उम्मीद है। भारत के Rafale और
Tejas में भी AESA radar और electronic warfare systems हैं। मगर J-36 और
J-50 की टेक्नोलॉजी अगले स्तर की है।
🔹 Weapons सिस्टम में कौन है आगे?
China के नए फाइटर jets में internal weapon bays और long-range
missiles जैसे आधुनिक हथियार लगने की संभावना है। भारत के पास Meteor,
Scalp, BrahMos और Astra जैसी combat-proven मिसाइलें हैं। यानी भारत
अभी तक की लड़ाइयों के लिए ज्यादा ready है, लेकिन चीन future की प्लानिंग कर
रहा है।
🔹 Operational Status और Ground Reality
J-36 और J-50 अभी केवल testing phase में हैं और officially military में
शामिल नहीं हुए हैं। वहीं भारत के सभी फाइटर jets fully operational हैं और
active combat roles निभा रहे हैं। इसलिए फिलहाल भारत को tactical edge
मिलता
है।
🔹 नतीजा: कौन है Real Sky King?
टेक्नोलॉजी और डिज़ाइन के मामले में China का future काफी promising है। लेकिन ground reality में भारत के पास combat-ready jets हैं जो tested हैं। आने वाले वर्षों में भारत का AMCA और Tejas Mk2 प्रोजेक्ट मुकाबले को और रोचक बना सकते हैं।
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