भारत में Mobile Payments का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है। 2024 की दूसरी छमाही (2H 2024) में डिजिटल ट्रांजैक्शन्स ने नया कीर्तिमान स्थापित किया, जहां कुल लेन-देन मूल्य ₹198 लाख करोड़ तक पहुंच गया। इस ग्रोथ का कारण है upi की वजह से जिससे भारत में tranjaction को एक नई उचाईय मिली है
UPI बना डिजिटल पेमेंट्स की धड़कन
आज के टाइम पर लोगो को देखा जाये तो
लोगो को मोबाइल की इस्तनी ज्यादा लत लग गई
है की वह पेमेंट का लें दें भी अब मोबाइल से ही करते है और यह समय के अनुसार एक
बदलाव है और मोबाइल से लें दें करने से 31% का इजाफा हुआ है लोगो में के साथ ₹130 लाख करोड़ तक पहुंच गए। QR कोड्स की उपलब्धता भी इस तेजी को और बढ़ावा दे रही है। दिसंबर 2024
तक भारत में 63.34 करोड़ UPI QR Codes उपयोग में थे, जिससे छोटे दुकानदारों से लेकर
बड़े व्यापारियों तक को फायदा हो रहा है।
Smartphones से हो रहे हैं सबसे ज्यादा पेमेंट्स
Worldline
की रिपोर्ट के अनुसार, Mobile Payments में 41%
की सालाना वृद्धि हुई, जिससे कुल ट्रांजैक्शन 88.54
बिलियन (8854 करोड़) तक पहुंच गए। खास बात यह है कि UPI ने भारत में डिजिटल
रेवोल्यूशन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। 2H 2024 में UPI
ट्रांजैक्शन्स 42% बढ़कर 93.23 बिलियन (9323 करोड़) तक
पहुंच गए।
छोटे ट्रांजैक्शन्स में भी UPI की धूम
अब
लोग छोटे-छोटे खर्चों के लिए भी UPI का इस्तेमाल कर रहे हैं। P2M
(Person-to-Merchant) ट्रांजैक्शन्स में 50% की
जबरदस्त वृद्धि हुई। हालांकि, औसत
ट्रांजैक्शन साइज (ATS) में हल्की गिरावट देखने को मिली।
- 2H
2023 में UPI का ATS ₹1515
था, जो 2024 में
घटकर ₹1396 रह गया (8% की
गिरावट)।
- P2M ट्रांजैक्शन्स का ATS भी ₹657 से ₹626 हो गया।
P2P और P2M ट्रांजैक्शन्स का दबदबा
UPI
ट्रांजैक्शन्स मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:
P2P (Person-to-Person) – जब दो व्यक्ति आपस में पैसे का लेन-देन करते हैं।
P2M (Person-to-Merchant) – जब कोई ग्राहक किसी व्यापारी या दुकानदार को पेमेंट करता है।
2024 की दूसरी छमाही में:
✅
P2M ट्रांजैक्शन वैल्यू 43% बढ़कर ₹36.35
लाख करोड़ हो गई।
✅ P2P ट्रांजैक्शन्स 26% बढ़कर ₹93.84
लाख करोड़ तक पहुंच गए।
✅ P2M ट्रांजैक्शन्स की संख्या 50% उछलकर 5803
करोड़ और P2P ट्रांजैक्शन्स
30% बढ़कर 3521 करोड़ हो गए।
UPI Apps की बादशाहत
UPI
ट्रांजैक्शन के मामले में PhonePe, Google Pay और Paytm सबसे आगे हैं। दिसंबर 2024
तक इनका कुल ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में 93% और
ट्रांजैक्शन वैल्यू में 92% हिस्सा था। मतलब भारत के ज्यादातर डिजिटल पेमेंट्स इन्हीं ऐप्स के जरिए हो रहे हैं।
Card Payments में बड़े बदलाव
Credit
और Debit Card ट्रांजैक्शन्स का पैटर्न भी
धीरे-धीरे बदल रहा है।
- 2H
2024 में कुल 410 करोड़ कार्ड
ट्रांजैक्शन्स हुए, जो पिछले
साल की तुलना में 11% अधिक थे।
- Debit
Card से होने वाले ट्रांजैक्शन्स में 29% की गिरावट आई, जिससे यह घटकर 82 करोड़ रह गए, जबकि Credit Card ट्रांजैक्शन्स में 36% की वृद्धि दर्ज की गई,
जो बढ़कर 242 करोड़ तक पहुंच गए।
Credit Card Transactions क्यों बढ़ रहे हैं?
बड़े
खर्चों के लिए अब लोग Credit
Cards
का ज्यादा उपयोग कर रहे हैं। इसके कारण:
✅
2H 2024 में Credit Card ट्रांजैक्शन्स 14%
बढ़कर ₹10.76 लाख करोड़ हो गए।
✅ Debit Card ट्रांजैक्शन्स की कुल वैल्यू 16% गिरकर ₹2.55 लाख करोड़ रह
गई।
भारत में डिजिटल पेमेंट्स का भविष्य
डिजिटल
पेमेंट्स का विस्तार भारत की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दे रहा है। Worldline
की रिपोर्ट के अनुसार:
"UPI
डिजिटल ट्रांजैक्शन्स में सबसे आगे बना हुआ है, जबकि Credit Cards की लोकप्रियता भी बढ़ रही
है।"
जैसे-जैसे
लोग कैशलेस ट्रांजैक्शन्स को अपनाएंगे, वैसे-वैसे भारत की
इकोनॉमी और मजबूत होगी। डिजिटल पेमेंट्स की इस क्रांति से भारत Global
Digital Economy में अपनी जगह और मजबूत कर रहा है
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