पिछले तीन हफ्तों के बाद Global crude oil prices में पहली बार तेज़ी देखी गई।
Brent Crude की कीमत 67.96 डॉलर प्रति बैरल और WTI Crude की कीमत 64.68 डॉलर प्रति बैरल रही।
इस 5% की बढ़त ने Investors को थोड़ी राहत जरूर दी है।
Market experts इसे एक Short-Term Spike मान रहे हैं।
Iran पर US Sanctions का असर दिखने लगा है
US सरकार ने इस हफ्ते Iran की oil export को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं।
China की एक “teapot” refinery पर भी 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा की खरीदारी के लिए सीधा action लिया गया।
ये दूसरी Chinese refinery है जिस पर direct sanctions लगाए गए हैं।
इसका उद्देश्य Tehran पर दबाव बनाना है ताकि Nuclear talks में तेजी आए।
OPEC ने उठाए कदम, Production में और कटौती की तैयारी
OPEC ने बताया कि उन्हें Iraq, Kazakhstan और अन्य देशों से Updated Output Cut Plans मिले हैं।
ये देश quota से ज़्यादा उत्पादन कर रहे थे, जिसे अब Control किया जाएगा।
OPEC का यह कदम Supply को संतुलित करने के लिए अहम माना जा रहा है।
हालांकि, Experts का मानना है कि इससे Oil prices में Sustainable सुधार नहीं दिखेगा।
Demand Forecast में कटौती, Global Economy की चिंता
OPEC, IEA और कई बड़ी Banks जैसे Goldman Sachs और JPMorgan ने Oil Demand के अनुमान घटाए हैं।
US Tariffs और Global Retaliation से Trade Disruption का खतरा बढ़ा है।
इन आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण Long-Term Oil Price Stability पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
यह बात साफ है कि आगे का रास्ता इतना आसान नहीं होने वाला।