टेस्ला ने जो चीन में अपनी दो कार्स के मोडल x और मोडल S की बुकिंग को बंद कर दिया है जो अमेरिका से सीधे इंपोर्ट होते हैं। अब कंपनी की वेबसाइट पर इन कार्स के लिए “Order” बटन नज़र नहीं आता। हां, अगर कहीं स्टॉक बचा है, तो ग्राहक वो यूनिट्स खरीद सकते हैं।
Tariff War Impact – अमेरिका-चीन की तकरार का असर आम लोगों पर
ये फैसला ऐसे वक्त में आया जब चीन ने अमेरिकी सामान पर भारी टैरिफ लगा दिए। इसकी वजह थी अमेरिका की ओर से लगाए गए Reciprocal Tariffs। जैसे-जैसे ये टैरिफ वॉर बढ़ती गई, दोनों देशों ने एक-दूसरे के प्रोडक्ट्स पर ड्यूटी बढ़ा दी – अब ये दर 145% तक पहुंच गई है! और इसका सीधा असर टेस्ला जैसी कंपनियों और आम खरीदारों पर पड़ा है।
Limited Availability – अब सिर्फ कुछ शहरों में ही मिलेंगी ये गाड़ियाँ
फिलहाल टेस्ला इन मॉडल्स को बस उन शहरों में बेच रही है जहां थोड़ी-बहुत Inventory बची हुई है। Model S और Model X वैसे भी हाई-एंड कार्स हैं, जो चीन में कम संख्या में बिकती थीं। शायद यही वजह है कि टेस्ला ने इनकी ऑनलाइन बुकिंग बंद कर दी है। कंपनी की तरफ से कोई साफ बयान तो नहीं आया, लेकिन सबकुछ साफ-साफ दिख रहा है।
Elon Musk Response – मस्क ने इस बार चुप्पी क्यों साध रखी है?
Elon Musk हमेशा से खुलकर बोलने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने कोई खुली प्रतिक्रिया नहीं दी। हालांकि पहले वो Tariffs खत्म करने की बात कर चुके हैं। उनका और ट्रंप के सलाहकार Peter Navarro का झगड़ा भी किसी से छिपा नहीं है। मगर फिर भी, इस मामले में मस्क ने कुछ कहने से बचना ही ठीक समझा है।
Shanghai Factory – टेस्ला का चीनी प्लांट बना बड़ी राहत
टेस्ला की शंघाई स्थित Gigafactory, जो 2020 में शुरू हुई थी, अब कंपनी का एक बड़ा सहारा बन गई है। यहां पर Tesla Model 3 और Model Y बनाए जाते हैं, जो चीन और बाकी देशों में एक्सपोर्ट होते हैं। खास बात ये है कि ये चीन की पहली ऑटो फैक्ट्री है जो पूरी तरह एक विदेशी कंपनी के अधीन है – और इसमें Elon Musk का सीधा योगदान माना जाता है।
BYD Competition – जब लोकल कंपनी ने टेस्ला को पछाड़ दिया
मार्च में टेस्ला की बिक्री में 11.5% की गिरावट आई, जबकि उनकी सबसे बड़ी लोकल प्रतिद्वंदी BYD ने 23% की ग्रोथ दर्ज की। चीन में इलेक्ट्रिक कार का बाजार बहुत तेज़ी से बदल रहा है, और लोकल ब्रांड्स अब ग्लोबल कंपनियों को टक्कर देने लगे हैं। टेस्ला के लिए ये साफ संकेत है कि उसे नई स्ट्रैटेजी के साथ मार्केट में वापसी करनी होगी।