क्या धोखा तो नहीं होगा लोगों के साथ
इस साल के 1 महीने में तीसरी बार ऐसी गड़बड़ी आई है कि UPI
से पेमेंट लेने और देने में बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है
क्या हमें UPI की भरोसे रहना चाहिए
UPI बहुत ही फास्ट पैसे का लेनदेन करने वाला एक जरिया बन गया है लेकिन
अगर इस तरह की घटना होती है तो जनता का भरोसा UPI से बिल्कुल भी उठ जाएगा
और अगर देखा जाए तो ज्यादातर पेमेंट का लेन-देन यूपीआई से ही हो रहा है लेकिन
धीरे-धीरे यह भरोसा बहुत ही काम होता जा रहा है
और कई बार तो पैसे के लेनदेन में कई लोगों को अपना पैसा कमाना पड़
गया है इस पर तो ऐसी कोई सुविधा भी नहीं है कि अगर धोखे से किसी के वॉलेट में पैसा
चला जाए तो उसको दोबारा फिर से रिफंड लिया जा सके इसलिए यूपीआई का जितना हो सके इस्तेमाल
कम करना चाहिए यह खास तौर पर उनके लिए है
जिनके पास बड़ी अमाउंट का पैसा आता और जाता है या गरीब या लेबर
वर्क के लोगों को अपनी पेमेंट लेना होता है तब तक के लिए ठीक है और आने वाले टाइम
पर इस पर चार्ज भी और ज्यादा लगने चालू हो जाएंगे वैसे तो शुरू शुरू जब आया था तो
इसमें पैसे नहीं लगते थे लेकिन अब रिचार्ज करने पर पैसा लगा चालू हो गया है इसी
वजह से अब यूपीआई पेमेंट अपना दबदबा धीरे-धीरे को रहा है
इसलिए जितना हो सके यूपीआई का लेनदेन कम करें और जितना हो सके कैश
पेमेंट करने की कोशिश करें बहुत से छोटे दुकानदार हैं जिन बहुत सारी समस्याएं आती
है जिनमें से ज्यादातर लोग पढ़े लिखे नहीं है उनको भी पेटीएम या की गूगल पे या
फोनपे का डब्बा देख दिया गया है कई बार तो उन्हें झूठ बोल दिया जाता है कि
तुम्हारे पेमेंट बॉक्स पर पेमेंट चली गई है लेकिन उनके बॉक्स पर पेमेंट नहीं गई होती
है क्योंकि उन्हें तो पढ़ना लिखना आता ही नहीं है इसलिए यह उनका नुकसान पहुंचता
रहता है आज भी ऐसे बहुत से लोग हैं जिनको पढ़ना नहीं आता और वह लोगों की बातों में
आ जाते हैं